भोपाल ब्यूरो
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में, चौरई थाना क्षेत्र में 55 वर्ष के डॉक्टर जगदीश शर्मा ने सुसाइड कर लिया। सुसाइड नोट में उन्होंने खुलासा किया है कि, अपनी क्लीनिक की नर्स के साथ मंदिर में शादी करके उसे अपनी पत्नी मान लिया था। कुछ समय तक दोनों ने अपनी प्राइवेट लाइफ पति पत्नी की तरह गुजारी, लेकिन बाद में लड़की के परिवार वाले शादी से इनकार करने लगे। डॉक्टर ने बताया कि उसकी चार शादियां हो चुकी है। हाई कोर्ट में कोई केस भी चल रहा है। इसलिए 5वीं शादी मंदिर में की थी। जब यह भी टूट गई तो डॉक्टर ने सुसाइड का फैसला किया।
जहर पीने से पहले जगदीश शर्मा ने अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर 11 पेज का सुसाइड नोट डाला था। इसमें उन्होंने लिखा-
मैं डॉक्टर जगदीश चंद्र शर्मा आत्महत्या कर रहा हूं। प्रिया (बदला हुआ नाम) और मैंने 1 जनवरी 2023 को मात्र छाया मंदिर में शादी की थी। तय हुआ था, जैसे ही हम हाई कोर्ट का कैसे जीतेंगे, सबको बता देंगे।
20 दिसंबर 2024 को परिवार वाले उसकी कहीं और शादी करने लगे। हमने समझाने की कोशिश की तो उन्होंने मेरे क्लिनिक से उसका काम बंद करवा दिया। उस पर मानसिक और शारीरिक दबाव डाला गया। मेरी आत्महत्या की प्रिया जिम्मेदार नहीं है। उसे कुछ नहीं किया जाए।
उसकी छोटी बहन, जिसकी शादी 2 साल पहले हो चुकी है। उसे हम दोनों की शादी की पूरी जानकारी थी। मैं, प्रिया, उसकी छोटी बहन और उसका पति घूमने गए थे, तो हमने दो अलग-अलग कमरे लिए थे। हम वहां पति-पत्नी तरह रहे। मेरी मौत की जिम्मेदार प्रिया की छोटी बहन भी है, उसे हर हाल में सजा मिलनी चाहिए।
मैं, प्रिया, उसकी बड़ी बहन और उसका पति हम चारों करीब चार महीने पहले बागेश्वर धाम गए थे, जिसमें मैंने दो बर्थ बुक करवाई थी। इसमें एक में मैं और प्रिया थे। दूसरी पर उसकी बहन और पति। इससे यह साबित होता है कि वे हमारे रिश्ते को जानते थे।
यहां सारा खर्च मैंने दिया था, इसलिए मेरी आत्महत्या की पूरी जवाबदारी उनकी है। उनको बिल्कुल भी नहीं छोड़ा जाए। इन दोनों ने प्रिया को मजबूर किया, मुझसे अलग करने के लिए। यही दोनों मेरे सुसाइड के लिए जवाबदार हैं।
सबसे अधिक मेरी सुसाइड की जवाबदारी प्रिया की मां की है। उसकी मां ने मुझे बहुत मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। कहा मैं मर क्यों नहीं जाता। मेरी बेटी को कसम दी, बहुत ही गंदा-गंदा बोली। ज्यादा तकलीफ प्रिया की मां ने दी है, जबकि उनका पूरा खर्च हम उठाते थे। इलाज भी करते थे, स्कूटर मैंने दिलाया था।