छतरपुर संवाददाता
केन बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड की धरती पंजाब हरियाणा को पीछे छोड़ेगी। शराब से खराब कोई चीज नहीं शराब पीढ़ियों को बर्बाद कर देती है। कल्याणी विवाह योजना शुरू होगी लाडली बहनों को आने वाले समय में तीन हजार रूपए माह की राशि दी जाएगी एवं किसानों भाइयों को पांच रुपए में बिजली कनेक्शन दिया जाएगा। उक्त विचार मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने छतरपुर जिले के गौरिहार में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचे थे। किंतु तेज आंधी बारिश होने के कारण खजुराहो के निजी होटल में वर्चुअल कांफ्रेंस के माध्यम से बोलते हुए व्यक्त किए।
इस अवसर पर छतरपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री ऐदल सिंह कसाना, वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार, खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा, विधायक राजनगर अरविंद पटेरिया, विधायक बिजावर राजेश शुक्ला, विधायक छतरपुर श्रीमती ललिता यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष विद्या अग्निहोत्री, नगरपालिका अध्यक्षक छतरपुर ज्योति चौरसिया, खजुराहो नगर परिषद अध्यक्ष अरूण सिंह, पूर्व विधायक प्रदुम्न सिंह लोधी, चन्द्रभान सिंह गौतम, कमिश्नर डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत, आईजी प्रमोद वर्मा, डीआईजी ललित शाक्यवार, कलेक्टर पार्थ जैसवाल, पुलिस अधीक्षक अगम जैन, जिला पंचायत सीईओ तपस्या परिहार सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वर्चुअल कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा मध्य प्रदेश के लिए एक लाख करोड़ की केन बेतवा लिंक परियोजना प्रदान की गई है। जिसके माध्यम से बुंदेलखंड की धरती हरियाणा पंजाब की धरती को पीछे छोड़ेगी और उत्पादन दोगुना होगा और किसान भाई आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि किसान भाइयों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए जहां दुनिया में म.प्र. में पहली बार किसान भाइयों को बिजली कनेक्शन 5 रूपए में दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार किसान भाइयों को बिजली का बिल न देना पड़े इसके लिए दो हॉर्स पावर से 10 हॉर्स पावर तक के पंप भी दिए जाएंगे। जिससे उनकी बिल से छुट्टी होगी। उन्होंने कहा कि पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है। 25 से ज्यादा गाय भैंस पालने वाले किसान भाइयों को सरकार अनुदान देगी और दूध भी खरीदेगी। साथ ही जहां-जहां कृष्ण भगवान के चरण पड़े हैं वहां पर कार्य किया जाएगा एवं छतरपुर के जटाशंकर मंदिर के उचित प्रबंध एवं रखरखाव के लिए भी कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मई को भोपाल में देवी अहिल्या बाई की 300वीं जयंती पर पधार रहे हैं। जिसमें हमारी प्रदेश की बहने अवश्य पधारे। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी म.प्र. को मेट्रो ट्रेन, दो हवाई अड्डा सहित अन्य विकास कार्य प्रदेश को समर्पित करेंगे। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की सरकार हमारी माता बहनों की आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए भी कार्य कर रही है। आने वाले समय में लाडली बहनों के लिए तीन हजार रूपए की प्रत्येक माह की राशि प्रदान की जाएगी। अभी 1250 की राशि दी जाती है। जो कि हमारी बहनों के लिए कम है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश की सरकार किसानों, बहनों एवं बेरोजगार युवक-युवतियों के उन्नयन के लिए कार्य कर रही है और रोजगार के अवसर भी सृजन किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश की सरकार ने शराबबंदी के अंतर्गत अभी 19 धार्मिक शहरों में शराबबंदी की है। क्योंकि शराब सबसे खराब चीज होती है और इससे पीढ़िया बर्बाद हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भी इस पर और भी विचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज शराब बंदी के बाद भगवान जुगल किशोर की नगरी पन्ना में पहली बार जा रहा हूं। जहां भगवान के आर्शीवाद से हमें और भी प्रेरणा मिलेगी। सरकार ने सड़क दुर्घटना में घायल होने वाले व्यक्तियों को अस्पताल तक पहुंचाने वाले व्यक्तियों को 25 हजार की राशि राहगीर योजना के माध्यम से दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से हमारी घायल व्यक्ति का समय पर उचित हो इलाज मिल सकेगा। इसी प्रकार उन्होंने कहा कि तत्काल एवं उचित इलाज देने के लिए सरकार ने एयर एंबुलेंस सेवा प्रारंभ की है। जिसके माध्यम से आयुष्मान कार्ड धारी को प्रदेश एवं देश में अच्छे से अच्छा इलाज निःशुल्क मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी जो बहनें कम समय में विधवा हो जाती थी और अपनी जिंदगी बड़ी परिश्रम से जीती थी इस पर सरकार ने विचार करते हुए तत्काल कल्याणी विवाह योजना के माध्यम से 2 लाख रूपए की राशि देने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नल जल योजना के माध्यम से हर घर में शुद्ध पेय जल टोंटी के माध्यम से देने का कार्य कर रहे हैं। इससे प्रदेश के करोड़ों परिवार लाभान्वित हो रहे है और अब हमारी माताओ बहनों को घर के बाहर पानी के लिए नहीं जाना पड़ेगा। इसी प्रकार शुद्ध पेयजल के साथ साथ किसाना भाईयों की फसल को सिंचित करने के लिए विभिन्न सिंचाई परियोजनओं के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश का कोई भी अपने पुरखों के द्वारा दी गई जमीन को न बेचें। यदि आवश्यकता पड़ती है तो वह लोन ले या मकान गिरवी रख दे। किंतु जमीन न बेचें। जमीन की कीमत आने वाले समय में चार गुनी होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अपने बेटा बेटी की शादी में बेफिजूल खर्च न करें। मैनें अपनी बेटे की शादी भी 50 परिजनों की मौजूदगी में की। इससे फिजूल खर्च बचा आप सभी भी अपने बेटा बेटी की शादी बेफिजूल के खर्च को बचाएं। इस अवसर पर जिले के प्रभारी ने श्री ऐदल सिंह कंसाना ने कहा कि आज छतरपुर जिले के लिए बड़ा सौभाग्य का दिन है। जब मुख्यमंत्री डॉ. यादव के द्वारा करोड़ों रूपए की सौगात प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा विकास के साथ साथ सभी वर्गों को अनेक योजनाओं के माध्यम से लाभांवित करने का कार्य किया जा रहा है। वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान के द्वारा म.प्र. के साथ साथ छतरपुर जिले में पुराने जल स्त्रोतों को संरक्षित एवं संरक्षण करने का कार्य किया जा रहा है। इससे जल स्तर बढ़ेगा। उन्होने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है। जिससे की सम्पूर्ण छतरपुर जिला लाभान्वित हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज इतने विपरीत मौसम में भी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के द्वारा खजुराहो आकर वर्चुअली कॉन्फ्रेंस के माध्यम से करोड़ों रूपए की सौगात दी है। इससे सभी लाभान्वित होंगे।
सांसद खजुराहो डॉ. वी.डी. शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सभी वर्गों के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभांवित करने के लिए कार्य कर रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. यादव म.प्र. के विकास के लिए कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के निर्देशानुसार प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जल स्त्रोतों को पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है। जिससे की न केवल जल स्त्रोत संरक्षित हो रहे हैं। बल्कि उनमें जल भराव की क्षमता भी बढ़ रही है। जिससे पानी की समस्या नहीं होगी। उन्होंने कहा कि आज खजुराहो लोकसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री डॉ. यादव के द्वारा विपरीत मौसम में भी करोंड़ों रूप्ए के कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन कर हम सबको गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि म.प्र. की सरकार विकास की सरकार है और विकास की यात्रा पर लगातार कार्य कर रही है।
*मुख्यमंत्री ने वर्चुअली किया करोड़ो रूपए के लोकार्पण एवं भूमिपूजन*
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वर्चुअली माध्यम से छतरपुर जिले को एक साथ कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की सौगात दी। जिसमें 184 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के 92 विकासकार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया गया। जिसके अंतर्गत ग्रामीण कनेक्टिविटी से लेकर जल-जीवन मिशन, विद्युत आपूर्ति, शिक्षा, खेल सुविधाएँ और नगरीय आधारभूत संरचना से जुड़े विकास कार्य शामिल है। साथ ही 7 करोड़ 50 लाख रुपए से अधिक की लागत से जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत उमरी खेड़ा तालाब का जीर्णाेद्धार कार्य, कन्या छात्रावास में ई-लाइब्रेरी का लोकार्पण सहित अन्य विकास कार्य का लोकार्पण किया गया।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए 56 करोड़ 40 लाख से अधिक की लागत से 18 सड़कों का निर्माण करवाया गया है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत 17 करोड़ 60 लाख रुपए से अधिक की लागत से 15 गाँवों में एकल ग्राम नल जल प्रदाय योजना के कार्य किए गए हैं। निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु 5 करोड़ 30 लाख रुपए से अधिक की लागत से पहरा और रनगुवां में विद्युत केंद्र का निर्माण करवाया गया है। 6 करोड़ 40 लाख रुपए की लागत से छतरपुर में संयुक्त तहसील कार्यालय भवन का निर्माण करवाया गया है।
भूमिपूजन किए गए कार्यों में 29 करोड़ 65 लाख रुपए से अधिक की लागत से विद्यालयों और महाविद्यालयों में नवीन भवनों का निर्माण करवाया जाएगा। 18 करोड़ 60 लाख रुपए से अधिक की लागत से नगरीय क्षेत्र छतरपुर में पेयजल आपूर्ति तथा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण करवाया जाएगा। 8 करोड़ 45 लाख रुपए से अधिक की लागत से जल जीवन मिशन अंतर्गत 13 गाँवों में एकल ग्राम नल जल प्रदाय योजना के कार्य किए जाएंगे। 18 करोड़ 20 लाख रुपए से अधिक की लागत से गौरिहार और सटई में संयुक्त तहसील कार्यालय भवन का निर्माण करवाया जाएगा।
लोकार्पित हुए कार्य में ग्रामीण क्षेत्र में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए 56 करोड़ 40 लाख से अधिक की लागत से 18 सड़कों का निर्माण करवाया गया है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत 17 करोड़ 60 लाख रुपए से अधिक की लागत से 15 गाँवों में एकल ग्राम नल जल प्रदाय योजना के कार्य किए गए हैं। निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु 5 करोड़ 30 लाख रुपए से अधिक की लागत से पहरा और रनगुवां में विद्युत केंद्र का निर्माण करवाया गया है। 6 करोड़ 40 लाख रुपए की लागत से छतरपुर में संयुक्त तहसील कार्यालय भवन का निर्माण करवाया गया है।