टीकमगढ़ ब्यूरो
बिजली कंपनी ने क्षेत्र के नामदार शख्स पर कार्यवाही की है।इस पर लाखों रुपए बिजली बिल की राशि कई महीनों से बकाया चली आ रही थी। इसके साथ ही करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों के कनेक्शन को काटा गया है। क्रेशर संचालक व ठेकेदार अंशुल खरे पर 41 लाख से अधिक रुपए का बिल लम्बे समय से बकाया चला आ था, विभाग ने कई बार नोटिस जारी किया लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ और अंत में लक्ष्मणपुरा स्थित डिवाइन क्रेशर का कनेक्शन विच्छेद कर दिया गया।गौरतलब हैं कि पूर्व में ठेकेदार अंशुल खरे पर चोरी से विद्युत के उपयोग करने का मामला सामने आया था। जिस पर विभाग ने जुर्माना लगाकर केस बनाया था। दरअसल वृंदावन तालाब के पास इनकी कॉन्ट्रैक्शन कंपनी द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा था, जिसमें कटिया डालकर विद्युत उपकरण चलाए जा रहे थे। जैसे ही बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी लगी उन्होंने तत्काल छापामार कार्रवाई की थी।
विवादों से है इनका नाता
हमेशा विवादों में रहने वाले क्रेशर संचालक और ठेकेदार अंशुल खरे पर अभी हाल ही में अवैध खनन के आरोप लगे, जिसकी शिकायत भोपाल के बड़े अधिकारियों से लेकर कलेक्टर तक पहुंची है। वही वन विभाग से इन्होंने मुरम खदान की फर्जी एनओसी जारी कराने का आरोप है। लक्ष्मणपुरा गांव में स्थित इनकी स्टोन क्रेशर पर पहले ही खनिज विभाग कार्यवाही कर चुका हैं। जिसमें इनकी पत्थर खदान की लीज खत्म कर दी गई थी। जांच में यह पाया गया था कि अंशुल खरे ने नियमों को दरकिनार कर अवैध रूप से खनन किया है। विभाग की माने तो अंशुल खरे पर जुर्माना भी ठोका गया था।