दिल्ली ब्यूरो
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने 7 मई 2025 को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, जिससे एक युग का अंत हो गया। 38 वर्षीय रोहित ने इंस्टाग्राम पर एक भावनात्मक संदेश में लिखा, “सभी को नमस्कार, मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूँ। भारत के लिए सफेद जर्सी में खेलना मेरे लिए एक सम्मान की बात रही है। वर्षों से मिले प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद। मैं वनडे प्रारूप में भारत का प्रतिनिधित्व करना जारी रखूंगा।”
रोहित शर्मा ने अपने टेस्ट करियर में 67 मैचों में 4,301 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं, और उनका औसत 40.57 रहा। हालांकि, हाल के समय में उनका फॉर्म गिरता गया, और पिछले 19 पारियों में केवल एक शतक बना सके। इस गिरते प्रदर्शन के कारण उन्होंने इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टेस्ट से खुद को बाहर कर लिया था।
रोहित ने 2024 में वेस्टइंडीज में भारत को दूसरा टी20 विश्व कप जिताने के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास ले लिया था। अब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से भी विदाई ले ली है, लेकिन वनडे प्रारूप में खेलना जारी रखेंगे, जहां उन्होंने तीन दोहरे शतक बनाए हैं, जिनमें श्रीलंका के खिलाफ 264 रन की पारी भी शामिल है, जो वनडे में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है।
उनके संन्यास से टेस्ट टीम में नेतृत्व की कमी आई है। वर्तमान उपकप्तान जसप्रीत बुमराह को पूर्णकालिक कप्तानी देना जोखिम भरा हो सकता है, क्योंकि तेज गेंदबाजों को चोट का खतरा अधिक होता है। भारत 20 जून से लीड्स में इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला से अपने टेस्ट सत्र की शुरुआत करेगा।
रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। उनकी कप्तानी में भारत ने 2023 में वनडे विश्व कप के फाइनल तक का सफर तय किया और हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती। उनकी विदाई के साथ ही भारतीय टेस्ट टीम में नए नेतृत्व और युवा खिलाड़ियों के लिए अवसर खुलेंगे।