दिल्ली ब्यूरो
भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की बेल्जियम में गिरफ्तारी के बाद एक और बड़ा खुलासा हुआ है। भारत में वांछित मेहुल की गिरफ्तारी भारतीय जांच एजेंसियों की सात साल से अधिक समय की मेहनत और दिन-रात एक कर के की गई जांच-पड़ताल का नतीजा है। जांच एजेंसियों को करीब-करीब तीन देशों में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अब उनके हाथ बड़ी सफलता लगी है।
गीतांजलि समूह के मालिक पर अपने भतीजे नीरव मोदी, उनकी पत्नी अमी मोदी और उनके भाई नीशाल मोदी के साथ सरकारी पंजाब नेशनल बैंक में 12,636 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। 65 साल का मेहुल चोकसी 2018 में भारत से भाग गया था। घोटाला सामने आने के बाद वह देश छोड़कर एंटीगुआ चला गया, जहां उसने निवेश कार्यक्रम के जरिए नागरिकता ले ली थी।